New Step by Step Map For सफेद मूसली के लाभ

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(क) पत्थर से घिसाई - प्राय: परम्परागत रुप से जंगलों से एकत्रित की जाने वाली मूसली का छिलका उतारने हेतु मूसली को पत्थर से घिसा जाता है जिससे उसका छिलका उतर जाता है। परन्तु यह विधि ज्यादा उपयुक्त नहीं है, क्योंकि

इसके १ से २ कैप्सूल को भी दिन में दो बार खा सकते है।

गई है जिसमें किसी भी प्रकार की तथा किसी भी कारण से आई शारीरिक शिथिलता को दूर करने की क्षमता पाई जाती है। यह इतनी पौष्टिक तथा बलवर्धक होती है कि इसे दूसरे शिलाजीत की संज्ञा दी जाती है। सफेद मूसली एक बहुत ही उपयोगी पौधा है, जो कुदरती तौर पर बरसात के मौसम में जंगल में उगता है । सफेद मूसली की जड़ों का इस्तेमाल आयुर्वेदिक और यूनानी दवाएं बनाने में किया जाता है । खासतौर पर इस का इस्तेमाल सेक्स कूवत बढ़ाने वाली दवा के तौर पर किया जाता है । सफेद मूसली की सूखी जड़ों का इस्तेमाल यौवनवर्धक, शक्तिवर्धक और वीर्यवर्धक दवाएं बनाने में करते हैं । इस की इसी खासीयत के चलते इस की मांग पूरे साल खूब बनी रहती है, जिस का अच्छा दाम भी मिलता है ।

खुराक और सेवन की विधि : स्पर्म की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए आधा चम्मच मूसली पाउडर को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर रोजाना सुबह-शाम सेवन करें।

आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार सफेद मूसली मुख्य रुप से पित्तशामक और वातशामक है लेकिन यह कफ दोष को बढ़ाती है। इसी वजह से कफ संबंधी समस्याओं में इससे परहेज करना चाहिए। सफेद मूसली में कामोत्तेजक गुण होते हैं और यह शीघ्रपतन और इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी बीमारियों में बहुत उपयोगी साबित होती है। आइये जानते हैं कि यौन विकारों समेत सफेद मूसली और किन किन समस्याओं में उपयोगी है और कितनी मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए।

मूसली पाक : आधा-आधा चम्मच दिन में दो बार

– ये बहुत सामान्य है कि जरूरत से अधिक किसी भी चीज का सेवन करने से उसके नुकसान देखने को मिल सकते हैं। इस वजह से सफेद मूसली का भी अधिक मात्रा में सेवन करने से आपको इसके कुछ नुकसान देखने को मिल सकते हैं। इसके अधिक सेवन से आपको पेट और आंतों से संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। जैसे कब्ज, एसिडिटी आदि।

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कमजोर पाचन तंत्र - यदि आपका पाचन तंत्र कमजोर है तो इसका कम सेवन करे क्योंकि इसे पचने में समय लगता है। आपको इसके फायदे और नुकसान दोनों ही पता चल गए है तो आप अपनी उम्र और रोग के अनुसार इसका सेवन कर सकते है। लेकिन इसके सेवन के दौरान किसी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।

जोड़ों के दर्द के लिए सेफ्ड मुसली पाउडर के लाभ भी ध्यान देने योग्य हैंं। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण हो सकते हैंं ताकि यह ट्रिगर्स पर कार्य कर सके और दर्द, सूजन और लालिमा को रोक सके। इसलिए, यह जोड़ों के दर्द और संधिशोथ जैसी स्थितियों में अत्यधिक उपयोगी हो सकता हैं।

क्या सफेद मूसली को खाली पेट लिया जा सकता website है?

सफेद मूसली पाउडर आधा चम्मच ले। उसे गुनगुने दूध के साथ दिन में दो बार भोजन के पश्चात् ले। स्वप्नदोष के बाद जो कमजोरी होती है वह इससे दूर हो जाती है।

दुनिया भर में बड़ी तादाद में लोग व्हिस्की का सेवन करते हैं। हर साल मई महीने का तीसरा शनिवार वर्ल्ड व्हिस्की डे के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन जहां लोगों को व्हिस्की के सेवन को लेकर जागरूक किया जाता है। व्हिस्की के शरीर पर होने वाले प्रभावों से लेकर इसके फायदों पर चर्चा की जाती है।

खुराक और सेवन की विधि : यौन शक्ति बढ़ाने के लिए आधा चम्मच मूसली पाउडर को गुनगुने दूध के साथ दिन में दो बार खाना खाने के बाद लें।

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